- घर गांव सहित क्षेत्र में खुशी की लहर, बधाइयों का लगा तांता
वाचस्पति रयाल@नरेंद्रनगर।
पहाड़ की विषम भौगोलिक परिस्थितियों में बसे गांवों में प्रतिभाओं की कमी नहीं है, जरूरत है तो सिर्फ उन्हें अच्छी शिक्षा व संस्कार देकर संवारने व तरासने की।
जीवन में सफलता हासिल करने के लिए यदि व्यक्ति में दृढ़ इच्छा शक्ति, कड़ी मेहनत, काम के प्रति निष्ठा व लगन के साथ अपने कार्यक्षेत्र में आगे बढ़ने की ललक हो,तो लाख बाधाओं के आने पर भी, ऐसे व्यक्ति को लक्ष्य हासिल करने से कोई रोक नहीं सकता।
ऐसे ही कुछ करके दिखाया है, विकासखंड नरेंद्रनगर की पट्टी क्वीली में स्थित बमण गांव के अमित बिजल्वाण ने।
बताते चलें कि विगत 28 अगस्त को घोषित उत्तराखंड पीसीएस सिविल सेवा परीक्षा में अमित बिजल्वाण का चयन खंड विकास अधिकारी के पद पर हुआ है।
अमित की सफलता पर पूरा परिवार जहां खुशी से झूम उठा है, वहीं क्षेत्र में अमित की सफलता की चर्चाएं गांव, मुहल्ले से लेकर हर किसी की जुवां पर सुनी जा रही है।
अमित के पिता वीरेंद्र दत्त बिजल्वाण नरेंद्रनगर स्थित राजस्व विभाग में चतुर्थ श्रेणी के पद पर कार्यरत हैं, जबकि माता कुसुम लता बिजल्वाण गृहणी हैं।
अमित बिजल्वाण ने प्राथमिक शिक्षा सरस्वती शिशु मंदिर नरेंद्रनगर से व 9 से 12वीं तक की शिक्षा राजकीय इंटर कॉलेज नरेंद्र नगर से हासिल की, तो जाहिर सी बात है कि अमित के खंड विकास अधिकारी के पद पर चयन होने से नरेंद्र नगर में भी लोगों में जहां बड़ी खुशी है, वहीं अमित के युवा साथी अपने सहपाठी की सफलता पर,आपस में बतियाते हुए,बेहद खुश नजर आ रहे हैं।
अमित ने 12वीं से आगे की स्नातक शिक्षा राजकीय महाविद्यालय ऋषिकेश से हासिल की।
अमित छोटी उम्र से ही काम के प्रति समर्पित रहते थे। पढ़ाई के प्रति उनमें रुचि बनी रहती थी।
इसी का परिणाम था कि अभी हाल ही में फरवरी 2024 में उनका चयन राज्य कर विभाग जीएसटी में कनिष्ठ सहायक के पद पर हुआ था और वर्तमान में इसी पद पर कार्य करते हुए अपनी सेवाएं दे रहे थे।
अमित के पिता वीरेंद्र दत्त बिजल्वाण का कहना है कि अमित शुरू से ही कुशाग्र बुद्धि का रहा है, वह लगन व निष्ठा पूर्वक अपनी पढ़ाई में तल्लीन रहता था। उसका बड़ा भाई सुमित भी पढ़ाई के प्रति सदैव ध्यान मग्न रहता था।
बिना कोचिंग के अमित की सफलता पर परिवार व क्षेत्र वासियों ने प्रसन्नता जाहिर की है।
यह भी बताते चलें कि अमित के बड़े भाई सुमित बिजल्वाण भी बहुत मेहनती रहे हैं। उन्होंने सरकारी विद्यालयों में इंटर तक की शिक्षा प्राप्त की तथा स्नातक व परास्नातक की शिक्षा राजकीय महाविद्यालय ऋषिकेश से हासिल की।
अर्थशास्त्र विषय से नेट की परीक्षा पास कर,वर्ष 2018 में सुमित रुद्रप्रयाग जनपद के जखोली राजकीय महाविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर चयनित किये गये तथा निरंतर महाविद्यालय में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
मध्यम गरीब परिवार में जन्मे, शांत स्वभाव के दोनों भाई अमित व सुमित की कड़ी मेहनत रंग लाई है।
आज ये दोनों भाई क्षेत्र में अन्य बच्चों के लिए प्रेरणा माने जा रहे हैं।
स्वयं की मेहनत के दम पर ये दोनों भाई अपने पैरों पर खड़े होने में कामयाब हुए हैं।
इसीलिए कहा है:-
लहरों से डर कर कभी नैया, पार नहीं होती;
मेहनत करने वालों की, कभी हार नहीं होती।
